सेहदमंद जीवन जीने के लिए एक अच्छे डाइट की आवश्यकता होती है। अगर आप किडनी की बीमारी से परेशान है तो एक अच्छी डाइट आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी साबित हो सकती है। किडनी रोगियों ने अपने आहार में सही मात्रा में और एक्सपर्ट की सलाह से ही प्रोटीन, तरल पदार्थों का सेवन, पोटैशियम का सेवन करना चाहिए। किडनी रोगियों ने हरी सब्जियां, अनानास, लाल अंगूर, ब्ल्यू बेरी ऐसे पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
अपने चयापचन के लिए आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका बजाता है। अगर किडनी को सही सलामत रखना है, किडनी को ओर नुकसान पहुंचने से बचाना है तो एक सही आहार लेना बहुत जरूरी होता है। सही आहार से न ही किडनी के समस्या से बचा जा सकता है बल्कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह जैसी बीमारी भी नियंत्रण में रख सकते है।
अपने स्वास्थ्य पर भारी असर न पड़े इसलिए किडनी रोगियों ने अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। गलत आहार की आदतें किडनी रोगियों के लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है। इन सब नुकसानों से बचने हेतू तथा अपने अच्छे हेल्दी लाइफस्टाइल (स्वस्थ जीवन) के हेतु किडनी रोगियों ने अपने आहार पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है। किडनी रोगियों के लिए डॉक्टर जो डाइट चार्ट देते है उसका उपयोग कर आप अपनी किडनी का अच्छे से ख्याल रख सकते है। इस आहार चार्ट (Diet Chart) में आपको कौनसे अन्न पदार्थों का सेवन करना चाहिए तथा कौनसे पदार्थ वर्ज करने चाहिए इसका विश्लेषण होता है। इससे सही आहार की आदतें लगाना आसान बन जाता है।
किडनी रोगियों की किडनियाँ कमजोर होने के कारण उनका विशेष ध्यान रखना पड़ता है। किडनी पर ज्यादा दबाव न आते हुए आपके शरीर को सारे पोषण तत्व मिलने के लिए सही आहार की आवश्यकता होती है।
किडनी विकार से ग्रस्त लोगों ने अपने आहार में गेहूं, चावल, अनार, पपीता, शिमला मिर्च, प्याज, ककड़ी, कद्दू, लौकी जैसे अन्न पदार्थों का समावेश करना चाहिए।
अगर आप किडनी विकार से ग्रस्त है तो मैदा, उड़द दाल, चना, नमकीन और तैलीय, मसालेदार खाना, बेकरी प्रोडक्ट्स, शहद जैसे पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। ये पदार्थ आपकी किडनी पे ज्यादा प्रेशर डाल सकते है जिससे आपकी किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है।
अगर आप एक किडनी से ग्रस्त मरीज है और सिर्फ डॉक्टर ने दी गई दवा खाते है मगर खानपान का, हेल्दी खाने का, अपने आहार का ध्यान नहीं रखते तो ये आपके लिए नुकसानदेय हो सकता है। कौनसे भी बीमारी में जितनी दवा महत्वपूर्ण होती है उतना ही महत्वपूर्ण होता है उस मरीज का आहार।
अगर आप डॉक्टर ने बताए गए डाइट अनुसार आहार लेते है तो आपकी जल्द से जल्द ठीक होने की संभावना बढ़ती है। इसलिए दवा जितनी जरूरी होती है उतना ही सही आहार भी जरूरी होता है ये याद रख के अपने आहार का चयन करना चाहिए।
योग्य आहार लेने से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है जिससे किडनी पे कम से कम दबाव निर्माण होता है। हाय फाइबर आहार किडनी के सूजन, बीमारी की गति कम करना और किडनी के संदर्भ में निर्माण होने वाली जटिलता को कम करता है।
किडनी अपने शरीर का खून साफ करने का काम करती है। जब शरीर में रासायनिक पदार्थ बढ़ जाते है तब किडनी की तकलीफें शुरू हो जाती है। अगर किडनी की बीमारी होते हुवे गलत आहार का सेवन किया जाए तो किडनी पे प्रेशर आ सकता है जिससे तकलीफें और बढ़ सकती है। इसलिए किडनी के लिए फायदेमंद आहार लेना बहुत जरूरी होता है।
किडनी के मरीजों ने फल और हरी सब्जियां अपने आहार में समाविष्ट करना बहुत जरूरी है। अनानास, लाल अंगूर, ब्ल्यू बेरी जैसे फल तथा हरी सब्जियां, फूलगोभी, गोभी, प्याज जैसी सब्जियों को किडनी के मरीजों ने सेवन करना चाहिए।
जिन लोगों को किडनी की बीमारी होती है उनके लिए लो सोडियम और प्रोटीन युक्त पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है। अगर सोडियम और पोटैशियम की मात्रा उनके शरीर में बढ़ जाए तो किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे बचने के लिए अंडा, कीवी, सत्तू, सोयाबीन जैसे पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए।
जब किसी को किडनी की बीमारी होती है तो किडनी अतिरिक्त पोटैशियम को शरीर से बाहर निकालने में असमर्थ होती है। इस वजह से किडनी की बीमारी गंभीरता से बढ़ सकती है। इसलिए किडनी के मरीजों ने कम पोटैशियम वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
सब को पता है प्रोसेस्ड फूड, बेकरी प्रोडक्ट्स, ज्यादा नमक वाले पदार्थ अपने स्वास्थ्य के लिए हानिकारिक होते है। किडनी के मरीजों में रक्तचाप उच्च रहता है। रक्तचाप को नियंत्रण में रखने के लिए नमक का सेवन कम करना चाहिए। नमक में सोडियम होता है जो किडनी के लिए हानिकारिक हो सकता है।
जिन पदार्थों में फॉस्फोरस और पोटैशियम ज्यादा हो जैसे रागी, ज्वार, बाजरा ऐसे अनाजों में पोटैशियम की मात्रा पता लगाना मुश्किल होता है इसलिए ये अनाज किडनी के मरीजों ने वर्ज करने चाहिए। साथ ही खट्टे फल, कीवी, केला, खजूर और सुकेमेवे का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
कौनसा भी डायट करने से पहले हमेशा अपनी डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी होता है। डॉक्टर आपके रिपोर्ट्स के हिसाब से आपको जो डाइट दे वह लेना आपके शरीर के लिए फायदेमन रहता है।
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किडनी रोगियों के लिए सामान्य रूप से नीचे दिए गए चार्ट अनुसार डाइट होता है किंतु अपनी डॉक्टर से सलाह लेके डाइट करना फायदेमंद होता है।
समय | आहार विवरण |
सुबह उठते ही | खाली पेट कुल्ला करने से पहले 1/4 गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। यह शरीर को डिटॉक्स करने और पाचन को सुधारने में मदद करता है। |
सुबह का नाश्ता (8:30 – 9:30) | नाश्ते में 1/2 कप दूध के साथ सूजी से बनी इडली, कम नमक वाला सूजी का उपमा, या 1 कटोरी पोहा खाना चाहिए। यह हल्का और पौष्टिक नाश्ता है जो किडनी पर दबाव नहीं डालता और ऊर्जा प्रदान करता है। |
दोपहर का भोजन (1:00 – 2:30) | दोपहर के भोजन में रोटी, दाल, और हरी सब्जियां शामिल करें। दाल को बिना ज्यादा नमक और मसालों के तैयार करें। हरी सब्जियां जैसे लौकी, तोरी, या कद्दू को उबालकर या हल्के मसालों के साथ पकाकर खाएं। |
शाम का नाश्ता (3:30 – 4:00) | शाम के समय हल्का नाश्ता लें। इसमें 1/2 कप दूध और 1/2 कटोरी चुरा (पोहा या फ्लैट राइस) शामिल करें। यह नाश्ता पचने में आसान और किडनी पर हल्का रहता है। |
रात का भोजन (8:00 – 9:00) | रात के भोजन में रोटी और हरी सब्जियां शामिल करें। सब्जियों को हल्के मसालों और कम नमक के साथ तैयार करें। रात का खाना हल्का होना चाहिए ताकि सोने से पहले आसानी से पच सके। |
अगर आप रोजाना डाइट चार्ट अच्छे से पालते हो तो आपके किडनी का स्वास्थ सुधारने में मदद मिलती है। इस चार्ट के अलावा आपको डॉक्टर ने दी गई दवाइयां समय पर लेना, व्यायाम करना भी किडनी के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है।
कौनसे भी बीमारी के लिए एक पेशेवर सलाह लेना हमेशा फायदेमंद होता है। किडनी के मरीजों ने भी अपने डाइट के संदर्भ में अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपके किडनी की स्थिति, टेस्ट रिपोर्ट्स अनुसार आपको आपके व्यक्तिगत स्वरूप से जो जरूरी है वह डाइट प्लान बनाकर देते है।
भविष्य में किडनी की समस्या न बढ़े और जटिलता निर्माण न हो इसलिए एक प्रोफेशनल सलाह याने पेशेवर सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपके बीमारी की तीव्रता, आपके टेस्ट में होने वाले चढ़ उतार देखकर डाइट प्लान बदलता है जो आपकी जल्दी ठीक होने में मदद करता है।
किडनी के बीमारी से जल्द से जल्द ठीक होने के लिए अथवा बीमारी और न बढ़ने देने के लिए अपने आहार पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयां और डाइट का सही तरह से पालन करने से भविष्य में आने वाले बड़े खतरों से बचा जा सकता है। किडनी के बीमारी में पोटेशियम, सोडियम और फॉस्फोरस की मात्रा कम होती है ऐसे अन्न पदार्थों का सेवन करना चाहिए। हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन की सही मात्रा अपने आहार में शामिल करनी चाहिए। व्यक्तिगत डाइट चार्ट या इलाज करने के लिए आप डॉ. निनाद तांबोली जी से संपर्क कर सकते है।
किडनी रोगियों को कम पोटैशियम और सोडियम वाले आहार का सेवन करना चाहिए। हरी सब्जियां, लाल अंगूर, ब्ल्यू बेरी, और अनानास जैसे फल किडनी के लिए फायदेमंद होते हैं।
नमक, प्रोसेस्ड फूड्स, खट्टे फल जैसे कीवी और केला, और तैलीय व मसालेदार खाना किडनी रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
किडनी रोगी सीमित मात्रा में प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं। उड़द दाल और चना दाल से बचें और मूंग या मसूर दाल को आहार में शामिल करें। डॉक्टर की सलाह से प्रोटीन का सेवन करें।
किडनी रोगियों को दूध और पनीर जैसे डेयरी उत्पादों का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए, क्योंकि इनमें फॉस्फोरस और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है।
किडनी रोगियों को पानी का सेवन अपनी डॉक्टर की सलाह अनुसार करना चाहिए। अधिक पानी पीने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है।
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